10 स्पष्ट संकेत की आपका शिशु ठोस आहार के लिए तैयार है|
- by ["Dr. Rekha Mehta"]

क्या आप भी इस बात से चिंतित हैं कि शिशु को ठोस आहार देना कब शुरू करना है, यह ब्लॉग आपको उन संकेतों के बारे में बतायेगा जिससे आप जान सकते हैं कि शिशु को ठोस आहार देना कब आरंभ कर सकते हैं।
संकेत-
- शिशु के लिए मां का दूध ही सर्वश्रेष्ठ है, जिससे उसकी सभी ज़रूरतें पूरी हो जाती है। सामान्यतया 6 महीने तक बच्चों को मां के दूध के अतिरिक्त और किसी खाने या पानी की भी जरूरत नहीं होती। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है उसे विकास के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है विशेष रूप से आयरन व जिंक की। 4 महीने से पहले बच्चे को कुछ नहीं खिलाना चाहिए। किसी परिस्थिति वश कभी-कभी 4 महीने के बाद भी बच्चे को कुछ आहार देने की आवश्यकता हो सकती है, ऐसी स्थिति में डॉक्टर व डाइटिशियन की सलाह के अनुसार ही बच्चे को आहार देना शुरू करे।
- जब बच्चे का गर्दन व सिर पर पूरा नियंत्रण हो जाए।
- जब बच्चे में बैठने की क्षमता आ रही हो, सहारा देने पर सीधा बैठ जाए।
- जब बच्चा हाथ या खिलौना मुँह में लेने लगे।
- जब बच्चा खाने में रूचि दिखाएं-आप खाना खा रहे हो तो उत्सुकता दिखाएं, उसे लेने की कोशिश करें। खाना देखकर खुश हो जाए। खाने की तरफ देखें। खाना खिलाने की कोशिश करने पर मुंह खोले।
- जीभ बाहर निकालने की आदत कम हो जाये।
- जब बच्चा दूध पी कर संतुष्ट ना हो या उसे जल्दी जल्दी भूख लगे।
- जन्म के समय के वजन से बच्चा लगभग दुगुने वजन का हो जाये।
- सूंघने व चखने की इच्छा जागृत हो व विभिन्न स्वादों के प्रति उत्सुकता दिखाए।
- बिना दांतों के भी जब बच्चा चबाने के लिए अपना मुँह चलाने लगे।
ये कुछ स्पष्ट संकेत है जो आपको बताते हैं कि अब आपका बच्चा ठोस आहार लेने के लिए तैयार है। वैसे हर बच्चा अलग होता है और हर बच्चे में संकेत भी अलग-अलग हो सकते है। अगर बच्चे में खाने को लेकर कोई समस्या दिखाई देती है तो बाल रोग विशेषज्ञ व डाइटिशियन से सलाह ले।
आपके शिशु की हर छोटी-बड़ी उपलब्धि हमारे लिए महत्वपूर्ण है। पहली मुस्कान से लेकर पहला कदम, पहला शब्द से लेकर पहला ठोस आहार - Zikku आपके साथ है आपके बच्चे के विकास की हर यात्रा में।हमारे विशेषज्ञों की टीम और वैज्ञानिक रूप से तैयार किए गए उत्पाद आपके शिशु के प्रत्येक विकास चरण को समझते हुए बनाए गए हैं। क्योंकि हम जानते हैं कि हर बच्चा अनोखा है और उसकी देखभाल भी विशेष होनी चाहिए।